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Showing posts with the label Hindi Poetry

एकांत साथ है - राहुल अभुआ

अकेला नहीं हूँ मेरे संग  तुम पर लिखी कविताएँ, कुछ किताबें और मेरा एकांत है। (किताब: मैं शून्य ही सही)

कहानी में तुम - राहुल अभुआ

कुछ कहानियाँ जब सिर्फ़ कहानियाँ होती हैं, तो और भी ख़ूबसूरत लगती हैं। कहानी में तुम्हें कंगन-बालियाँ पहना सकता हूँ, कहानी में तुमसे घंटों बतिया सकता हूँ। अगर उसमें खो भी जाऊँ, तो लिख सकता हूँ कैसे, कहाँ, तुम मुझे फिर से पा सकती हो। कम से कम कहानी में तो तुम बिना झिझक मुझे देख सकोगी, मुझसे कह सकोगी… कुछ और कहो। और हाँ, जब एक कहानी दूसरी से कहे— “मुझे भी एक कहानी सुनाओ,” तो वो दोनों मिलकर एक नई कहानी बुन रही होती हैं। ज़िन्दगी 23 का पहाड़ा नहीं, TWO की TABLE है जो गुणा होगी तो EVEN ही बनायेगी, ODD नहीं.. (अगली किताब का हिस्सा) 🌻 #kahani #rahulabhua #rahul #abhua #mainshunyahisahi #poetry #hindi 

वो चाय पीने वाला

जबसे उसने उसके गालों को चूमा है वो कॉफ़ी पीने वाला अब चाय पीने लगा है वो समझती है की लड़के इश्क़ में नाबीना होते हैं कौन समझाए ना-बीनाई इश्क़ की है जो वो जीने लगा है वो कॉफ़ी पीने वाला अब चाय पीने लगा है.. - राहुल अभुआ #Chai #Poetry #love #romance #quotes 

उसे सबका होना है - शायरी

वो खोजती है हर शक्स में मुझको जो सबकी हो जाए मैं उसका हो नहीं सकता - राहुल अभुआ  #hindikavita #poetry #loyalty #love #cheating #quotes #mainshunyahisahi #relationships 

सबको बना ना सकोगी - राहुल अभुआ

जिस्म कई मिलेंगे रूह पा ना सकोगी कितनो को आजमाओगी सबको बना ना सकोगी सीना ढलने लगेगा दरारें जांघों में होंगी इश्क़ की 'नीतीश' हो जाओगी पर किसी से निभा ना सकोगी बिस्तर सूना भी होगा शामें काली भी होंगी 'कंधे' साथ ना देंगे तन्हाई में रो ना सकोगी हर इक रिश्ता काफ़िर सही मैं अकेली सभी को ये झूठी कहानी सुना ना सकोगी जिस्म कई मिलेंगे रूह पा ना सकोगी कितनो को आजमाओगी सबको बना ना सकोगी - राहुल अभुआ  #loyalty #relationship #love #cheating #toxic #lies #mainshunyahisahi #rahulabhua 

खुद की खोज में जाने वालों - राहुल अभुआ | कविता

खुद की खोज में जो निकले वो मजे उड़ाएं अय्याशी में दिखावे करते दिन-शाम-रात बेहोश बड़े बद-हवासी में सिद्धार्थ जो खोजे बुद्ध हुए वर्धमान महावीर कहलाए ये हवस, धुआं और फरेब लिए तुम खोजो खुद को बाज़ारों में क्यूं खोज खुद की में निकले तुम बैठो, सोचो, आंखें खोलो जो पाना सच में खुद को है इक बार तो खुद से सच बोलो ओ, खुद की खोज में जाने वालो जानो.. प्यार नहीं अय्यारी* में खुद की खोज में जो निकले वो मजे उड़ाएं अय्याशी में.. - राहुल अभुआ | (किताब - मैं शून्य ही सही) (*अय्यारी – छल, धूर्तता, वेश बदलकर काम निकालना)

चांद की चाहत - राहुल अभुआ

चांद की चाहत रखने वाले अक्सर चांद मिल जाने पर चांद छोड़ सूरज पाना चाहते हैं, सूरज से जल जाने पर वो चांद को भी खो देते हैं.. - राहुल अभुआ (लिखी जा रही कहानी का अंश) #Hindipoetry #kavita #loyalty #poetry #love #relationshipquotes #lovequotes 

Kya Jala Diya Wo Sab Bhi? - Rahul Abhua

फ़रेब के अहंकार में अंधी होकर ख़त जला दिए सारे मेरे क्या जलाईं वो चादरें भी जिनमें लिपट कर हम सोते थे पर आज कोई और है? क्या जलाईं वो किताबें मेरी जिनमें तुम पर लिखे मेरे शेर हैं? जला दी होगी वो छुअन भी मेरे हाथों की क्या जला पाईं वो बातें रातों की? इन संग अपनी हवस के बाद में क्या जला पाईं मेरी खुशबू भी? – राहुल अभुआ #HindiKavita #Poetry #MainShunyaHiSahi #RahulAbhua #kyajalapayiwobhi #loyalty #love #relationships 

वो लड़का सही है लेकिन.. - Rahul Abhua

वो लड़का सही है लेकिन मैं कैसे बिता पाऊंगी सारी ज़िंदगी एक ही महबूब के साथ? हाँ, वो लड़का सही है लेकिन वो ग़ालिब साहिर पढ़ता है कविताएं–कहानियां कहता है ना तो जाता Disc कभी  और ना हुक्का ही वो पीता है बिन इस सबके ज़िंदगी कैसी? मैं रही वही तो मेरी FREEDOM कैसी? वो मुझसे चाहे loyalty मेरी फितरत फिरना डाली–डाली मुझसे मांगे साथ वो सदियों वाला मुझे दोस्त चाहिए मेरी सखियों वाला वो लड़का सही तो है लेकिन मैं कैसे बिता पाऊंगी सारी ज़िंदगी एक ही महबूब के साथ? - राहुल अभुआ  #Poetry #MainShunyaHiSahi #RahulAbhua #Love #Relationship #hindipoetry #hindikavita #kavitaye #WoLadkaSahiHai #WoLadkaSahiHaiLekin

नृत्य (Dance) - Rahul Abhua | Hindi Kavita

नृत्य सिर्फ़ खुशी नहीं नृत्य सिर्फ़ मनोरंजन नहीं नृत्य सिर्फ़ क्रिया नहीं नृत्य सिर्फ़ रूचि नहीं ये कला है वो जो सब में है बच्चे, बूढ़े हम सब में है यूं हाथ उठाओ और बस घूमो फिर पैर हिलाओ और बस झूमो छोड़ शर्म हटाकर सब परदे स्त्री नाची पृथ्वी घूमे महाभाव नृत्य ही लाता है हर्ष-ओ-उल्लास दिलाता है शिव काली तांडव करते हैं संसार को शून्य में बदलते हैं गोकुल में कान्हा जब झूमे महारास वो ही तो रचते हैं नृत्य सिर्फ़ खुशी नहीं आनंद है नृत्य सिर्फ़ मनोरंजन नहीं सृजन है - राहुल अभुआ #Nritya #Dance #Poetry #HindiKavita #Kavitaye

मुझे जगाने के लिए शुक्रिया - राहुल अभुआ

मुझे जगाने के लिए शुक्रिया सो रहा था कबसे आंखें मूंदे, दिमाग़ बंद किये! ये जो हुआ था ज़रूरी बड़ा सोता ही रहता तो कल बदरंग होता आज जागा हूं तुम्हारा शुक्रिया..| - राहुल अभुआ (17-12-2023) #Quote #HindiKavita #Poetry #MainShunyaHiSahi #RahulAbhua #Kavitaye 

हिना की फितरत है रंग बदलना - राहुल अभुआ

हिना की फितरत होती है रंग बदलते रहना कभी हथेलियां बदलना तो कभी गाढ़े से फीका होकर उतर जाना, रंग का चढ़ना या उतरना  कभी हथेली पर निर्भर करता है तो कभी वक़्त की मांग पर - राहुल अभुआ  #Poetry #HindiKavita #Kavitaye #MainShunyaHiSahi #RahulAbhua 

Hum Phir Milenge Kisi Janam Mein - Rahul Abhua | Hindi Poetry

हम फिर मिलेंगे किसी जनम में जब हम दोनो ही पक्षी होंगे आसमान देखेंगे उड़ने के सपने बुनेंगे और साथ उड़ना सीख कर खुले आसमान में चोंच लड़ाएंगे हम फिर मिलेंगे किसी जनम में जब हम दोनो ही पत्थर होंगे कोई पारखी हमे जड़ेगा किसी शाह की गुम्बद में और हम देखेंगे तारीख़ के हर प्रेमी जोड़े को हमे देख मुस्कुराते हुए हम फिर मिलेंगे किसी जनम में जब हम दोनो ही वृक्ष होंगे प्रकृति की बाहों में हर मौसम साथ खड़े होंगे तुम पत्तियों से मुझको छू लेना मैं जड़ों से तुमको थामूंगा हो जनम कोई या जगह कोई हम फिर मिलेंगे हर किसी जनम.. - राहुल अभुआ  #HumPhirMilenge #MainShunyaHiSahi #Poetry #HindiPoetry #Kavita #HindiKavita #Love #Relationship 

Wo Aur Unke Badalte Shayar

Unki aadat hai ghazal kehne wale ko bistar mein sota chhod kar naye Sher kehne walo ki baahon mein sone ki, Aur ek hum hain jo naye shehar mein bhi apni kalam sath liye hain.  - Main Shunya Hi Sahi #Quotes #Traveldiaries #Kazakhstan #SoloTrip #Kazakh #Poetry #MainShunyaHiSahi 

मेरे अक्षर तुम्हारी जुबानी | कविता | राहुल अभुआ

मेरे अक्षर तुम्हारी ज़ुबानी जैसे मेरी अधूरी कहानी भला ऐसा तो कुछ लिखा भी नहीं साधारण था मेरा सब वही आज सुना तुमसे तो खूबसूरत लगा बैठा, घूमा फिर सोचने लगा साधारण कविता अब सुंदर कैसे? जादू सा हो हर शब्द में जैसे ये शब्द नहीं लगते मुझको ना जाने क्यूं मेरे लिखे जैसे 'बुरा लिखते हो' - था कहा किसी ने है याद मुझे दिल था टुकड़े टुकड़े तुम इक अलबेली-सी लगती हो जो मेरे हर लिखे को पढ़ती हो था कभी जो बुझा इक गलत लौ से वो चराग़ तुमसे जगमगाया है मेरे शब्द और बोल तुम्हारे देखो, क्या खूबसूरत पल लाया है – राहुल अभुआ (13-10-2023) #Poetry #DilSeDilTak #MainShunyaHiSahi #RahulAbhua #Kavitaye #HindiKavita 

गुलाबों की खुशबू - राहुल अभुआ | Main Shunya Hi Sahi

यात्राओं पर होता हूं तो मन में कुछ सवाल उमड़ पड़ते हैं जैसे क्या इन पहाड़ों पर सबसे पहले चढ़ जाने वाले को मालूम है की – गुलाबों की खुशबू लाल होती होगी? इन हवाओं में बहने का एहसास मन में लिए ऊंचे पहाड़ों के कटीले रास्तों पर चलना और शांति के साथ-साथ  उन आज़ाद पंछियों सा अनुभव कर पाना ही मेरी यात्राओं का हासिल है, वर्ष बीतेंगे तो शायद ज़िंदगी का आखिर पड़ाव यहीं होगा और फिर किसी शाम मैं कूंच कर जाऊंगा अगली किसी यात्रा के लिए.. – राहुल अभुआ  #Poetry #Yatra #Travel #MainShunyaHiSahi #RahulAbhua #Kavitaye 

सो जाओ मत जागो - राहुल अभुआ | So Jao Mat Jaago - Rahul Abhua

सो जाओ  मैं कहता हूँ मत जागो जागे तो सुला दिए जाओगे ज़िन्दा जला दिए जाओगे सूली चढ़ा दिए जाओगे यहाँ सब सोए हैं तुम देखो  ये भी सोया है तुम देखो वो भी सोया है तुम देखो संसार सो रहा खुद देखो तुम भी मत जागो..सो जाओ  मैं सच कहता हूँ सो जाओ  सुकरात जगे तो ज़हर दिया जीसस जगे तो सूली चढे  मंसूर की गर्दन जहाँ कटी  हम खड़े सभी हैं अब भी वहीं  क्यूँ इन सोतों की नींद तोड़ना क्यूँ कर इनकी ज़ंजीर खोलना क्या ज़िन्दा इन्हे कर पाओगे? तुम जागे तो मर जाओगे इसलिए तुम भी मत जागो..सो जाओ  मैं सच कहता हूँ सो जाओ जहां पागल रहना अच्छा हो आँखें मूँदे चलना अच्छा हो तुम क्या बदलोगे वो समाज जो फूहड़ पथ पे चलता हो 'काली' पूजेंगे ये सारे भक्षक खुद ही हैं ये सारे प्रधान इनके खुद सोते हैं  खुद को 'पैगम्बर' कहते है क्या जगा इन्हे तुम पाओगे? गर ये जागे तो तुम सुला दिए जाओगे तुम भी मत जागो..सो जाओ  मैं सच कहता हूँ सो जाओ - © राहुल अभुआ 'ज़फर' ✒️🌻 (29-01-2021) #SoJao #ManipurViolence #Manipur #Poetry #India #MatJaago #RahulAbhua 

पगडंडियां - राहुल अभुआ

रास्तो का चुनाव महत्वपूर्ण है हम अक्सर छोटी टेढ़ी-मेढ़ी पगडंडियां छोड़कर एक ऐसे रास्ते को थाम लेते हैं जो सुखद लगता है,  जिनकी चिकनी रोशनदार सड़कें पहले तो यात्रा के व्यवस्थित होने का संकेत देती हैं पर उस पर घन्टों चलने के बाद हम सवाल करने लगते हैं उस मोड़ पर किये अपने एक ग़लत चुनाव का। चुनिये असहज रास्ते नहीं, छोटी पगडंडियां जिनपर मिलेंगे काँटों के बीच से झाँकते कुछ फूल जो खुशबू दें न दें  पर आपके थकान भरे चेहरे पर मुस्कान ज़रूर ला देंगे देर शाम को जब प्रकृति अँधेरा ओढ़ चुकी होगी तब इस पगडंडी पर आपका साथ देंगे वो जुगनू जो इन रास्तों पर ख़ास आप जैसे किसी यात्री  का इंतज़ार कर रहे थे, सड़कें, बड़े रास्ते बुरे नहीं लम्बे रास्तों पर लम्बे वक़्त तक  असहजता से घिरे रहना आपको सफर में कहीं नहीं ले जाता छोटी पगडंडियाँ कठोर सही पर ले जाती हैं आपको आपनी मंज़िल तक.. - राहुल अभुआ ✍️ | मैं शून्य ही सही  #MainShunyaHiSahi #poetry #quotes #life #motivation #peace #rahulabhua 

समाज - राहुल अभुआ

• समाज • आज के चाटुकार, कल के Veteran बन जायेंगे उनकी कही गई हर मूर्खतापूर्ण बात और उनके गधे मालिक की नाकामियों को भी Greatness मान लिया जायेगा, ये होता रहा है, ये होता रहेगा.. - राहुल अभुआ (किताब – मैं शून्य ही सही) #MainShunyaHiSahi #Society #Thoughts