Skip to main content

Posts

Showing posts with the label सफ़र

Mountains Or Beaches?

  Beach Or Mountains? - अब ये सवाल सिर्फ एक ट्रैवल चॉइस नहीं बल्कि किसी गहरे subconscious का mirror सा लगने लगा है। कुछ वैसा ही जैसे जब कोई अचानक पूछ ले, “सुनो, तुम्हारा Headphone कहाँ है?” और तुम्हारे पास हो सिर्फ़ एक पुरानी-सी Handsfree, जिसकी तारें उलझी हैं, आवाज़ हल्की है लेकिन उसमें कुछ अधूरे गाने अब भी साथ बहते हैं।  फिर सोचता हूँ अगर Sigmund Freud होता तो कहता “ये Headphone तुम्हारी ‘ideal self’ है जिसे तुम ढूंढते हो लगातार, और Handsfree? तुम्हारा ‘compromise formation’ जहाँ तुम्हारा मन कहता है, “चलो, फिलहाल इससे काम चला लेते हैं।” लेकिन फिर, एक दिन Headphone मिल भी जाए - तो क्या वही सुकून आएगा? या फिर अगर Yuval Noah Harari की तरह सोचूँ तो ये समझ में आएगा कि इंसान की सबसे बड़ी भूल शायद ये है कि वो हमेशा किसी ‘better version’ की तलाश में रहता है और इस चक्कर में ही वो उसे जी नहीं पाता। तो क्या पहाड़ चुनना सचमुच सुकून है या समुंदर को देखने की तलब बस एक और ‘dopamine hit’?  क्या Headphone ही अंत है या Handsfree के साथ बिताए पलों में भी संगीत उतना ही सच था? लेकिन शायद अस...

फुलपाखरू

सफर में अक्सर कुछ सवाल साथ चलने लगते हैं बिना बुलाए, बिना जवाबों की उम्मीद के। जैसे ये पहाड़, जिन पर जब कभी किसी ने पहली बार कदम रखा होगा… क्या उसे मालूम था कि गुलाबों की खुशबू का रंग लाल होता है?   हवा यहां कुछ और ही कहती है। रास्ते पथरीले हैं, लेकिन हर मोड़ पर कोई ना कोई नज़ारा आंखों में कुछ एहसास छोड़ जाता है। एक तितली या कहो, फुलपाखरू (शब्द जो हाल ही में सीखा) अचानक सामने आ जाती है, जैसे उसी के पीछे-पीछे चल रहा हो मन। वो उड़ती है तो लगता है जैसे वक़्त थम गया हो, जैसे ऊंचाई की परिभाषा बदल गई हो, और जब वो फूलपाखरु पास हो तो शब्द शांत रहते हैं मगर मन और आँखें बिल्कुल नहीं। यही तो हासिल है इन यात्राओं का, चलते रहना, महसूस करते जाना, और भीतर कहीं कुछ छोड़ते जाना। साल गुज़रेंगे, शायद सब कुछ यहीं लौट आए। और फिर किसी दिन, किसी शाम की हल्की ठंड में, फूलपाखरु के साथ की तलाश में चुपचाप कूंच कर जाना होगा… अगली किसी यात्रा के लिए। 🌻  -( लिखी जा रही कहानी का हिस्सा )- 

Safar Mein Kahin #Filmmaking

  सफर में कहीं.. 🌻🎬 #filmmaking #mainshunyahisahi  #Rahulabhua

Nasir Meets Zafar | Piyush Mishra | Rahul Abhua

और फिर हुआ कुछ यूं...कुछ इश्क किया कुछ काम किया ❤️ #Moment #Safar #PiyushMishra #RahulAbhua #Actor #filmmaker #artist 

Main Aur Wagon-R

This journey has come to an end. Me and our 1st car 💔 #15Years  Countless memories, unforgettable moments, lots of ups and downs and thousands of journeys.  Theater, college, weaving of stories, writing them and then telling to the world, seeing those stories reaching first small and then big screens - all passed through this car. Years have changed on the calendar, some stories have also changed but you and I have not changed. It is very sad to leave you like this. नयी कहानियों को कहने के लिए मैं सफ़र में हूँ लेकिन तुम्हारे साथ किया गया सफ़र जो कभी Suffer नहीं हुआ , इस जीवनकाल के अंत तक याद रहेगा.. वो किस्से और वो कहानियां  जो मेरे-तुम्हारे बीच थीं तुम्हारे साथ चली गयीं  मेरी, मेरे साथ जाएँगी..अलविदा ❤️ #WagonR #RahulAbhua #MainShunyaHiSahi