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Showing posts from December, 2023

Kya Jala Diya Wo Sab Bhi? - Rahul Abhua

फ़रेब के अहंकार में अंधी होकर ख़त जला दिए सारे मेरे क्या जलाईं वो चादरें भी जिनमें लिपट कर हम सोते थे पर आज कोई और है? क्या जलाईं वो किताबें मेरी जिनमें तुम पर लिखे मेरे शेर हैं? जला दी होगी वो छुअन भी मेरे हाथों की क्या जला पाईं वो बातें रातों की? इन संग अपनी हवस के बाद में क्या जला पाईं मेरी खुशबू भी? – राहुल अभुआ #HindiKavita #Poetry #MainShunyaHiSahi #RahulAbhua #kyajalapayiwobhi #loyalty #love #relationships 

वो लड़का सही है लेकिन.. - Rahul Abhua

वो लड़का सही है लेकिन मैं कैसे बिता पाऊंगी सारी ज़िंदगी एक ही महबूब के साथ? हाँ, वो लड़का सही है लेकिन वो ग़ालिब साहिर पढ़ता है कविताएं–कहानियां कहता है ना तो जाता Disc कभी  और ना हुक्का ही वो पीता है बिन इस सबके ज़िंदगी कैसी? मैं रही वही तो मेरी FREEDOM कैसी? वो मुझसे चाहे loyalty मेरी फितरत फिरना डाली–डाली मुझसे मांगे साथ वो सदियों वाला मुझे दोस्त चाहिए मेरी सखियों वाला वो लड़का सही तो है लेकिन मैं कैसे बिता पाऊंगी सारी ज़िंदगी एक ही महबूब के साथ? - राहुल अभुआ  #Poetry #MainShunyaHiSahi #RahulAbhua #Love #Relationship #hindipoetry #hindikavita #kavitaye #WoLadkaSahiHai #WoLadkaSahiHaiLekin

खुदकुशी

अब क्या फर्क पड़ता है वो किसके साथ जागता है मुझे खुशी ये है कि वो अपनी खुदकुशी से खुश हैं.. - राहुल अभुआ  #Shayari #mainshunyahisahi #shairi #love #poetry #rahulabhua 

रफ़ी साहब और हम दोनों

’..अब हक़ तो नहीं मुझे लेकिन अब प्यार करते हो किसी से?’ – उसने पूछा ’हां.....' – जैसे ही मैंने जवाब दिया उसने मेरी तरफ नज़र उठाकर देखा,  मैंने बात पूरी की ’हां, रफ़ी साहब के गीतों से, ये गीत मेरी ख़ामोशी से बात करते हैं। तुम जानती हो जब मैं इन गीतों को रफ़ी साहब के साथ गुनगुनाता हूं तो ये मुझको कभी टोकते नहीं, खामियां नहीं निकालते, ये ख़ामोशी से मेरी बेसुरी आवाज़ को सुनते हैं.." (लिखी जा रही एक कहानी का अंश) साहब का जन्मदिन है आज, आपसे मुहब्बत है और आप ही मुहब्बत हैं, मिलना अक्सर सपनों में होता है और सुनना हर रोज़। आप यहीं आसपास हैं.. '..आप तो बस आप हैं आपका जवाब क्या' ❤️ #MohdRafi #RafiSahab

आज़ादी और तुम

तुम कहो  आज़ादी है सिर्फ - शराब पीना सिगरेट के छल्ले उड़ाना फ्रीडम के नाम पर कईयों संग हम-बिस्तर होना, उनके लिए  आज़ादी है - पढ़ाई, इज्ज़त, बराबरी खुली हवा में सांस लेते हुए आसमान में अपने पर फैला कर दुनिया को जीत लेना.. - राहुल अभुआ #Aazadi #Freedom #psuedofeminism #empowernment #humanbeing 

नृत्य (Dance) - Rahul Abhua | Hindi Kavita

नृत्य सिर्फ़ खुशी नहीं नृत्य सिर्फ़ मनोरंजन नहीं नृत्य सिर्फ़ क्रिया नहीं नृत्य सिर्फ़ रूचि नहीं ये कला है वो जो सब में है बच्चे, बूढ़े हम सब में है यूं हाथ उठाओ और बस घूमो फिर पैर हिलाओ और बस झूमो छोड़ शर्म हटाकर सब परदे स्त्री नाची पृथ्वी घूमे महाभाव नृत्य ही लाता है हर्ष-ओ-उल्लास दिलाता है शिव काली तांडव करते हैं संसार को शून्य में बदलते हैं गोकुल में कान्हा जब झूमे महारास वो ही तो रचते हैं नृत्य सिर्फ़ खुशी नहीं आनंद है नृत्य सिर्फ़ मनोरंजन नहीं सृजन है - राहुल अभुआ #Nritya #Dance #Poetry #HindiKavita #Kavitaye