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Showing posts from January, 2022

मैं ईश्वर से भी बड़ा हूँ - राहुल अभुआ | मै शून्य ही सही

मैं ईश्वर से भी बड़ा हूँ   उसमे मैं रहूँ ना रहूँ वो मुझमे रहता है उसको मैं दिखूँ ना दिखूँ उसको खुदमे लिए फिरता हूँ मैं ईश्वर से भी बड़ा हूँ होगा कद उसका अम्बर तक ऊंचा होगा रचयिता वो सब सृष्टि का है बड़ा बहुत तो रक्खे दुखियों को खुदमे दे माफ़ी सबको पाताल भू अम्बर में मैं मनुष कहाँ जो उसको भूलूं बिन समझे उसे उसकी शक्ति तौलूं जो चलूं लिए ईश्वर को खुदमे ये बात तभी तो कहता हूँ मैं ईश्वर से भी बड़ा हूँ मैं ईश्वर से भी बड़ा हूँ  - राहुल अभुआ 'ज़फर' | @RahulAbhuaOfficial Book - मैं शून्य ही सही  (Available on Amazon & Flipkart) #RahulAbhua #MainShunyaHiSahi #Poetry #PoetryCollection #RahulKaramchandAbhua #RahulAbhuaBlog #Kavita

लम्बी सड़कें - राहुल अभुआ | हिंदी कविता | मैं शून्य ही सही

लम्बे सफ़र में एक ख़ामोशी भी सुकून देती है सवालों के जवाब में कही गयी एक 'हाँ' भी  उन किये गए 1000 वादों से ज़्यादा महत्ता रखती है जो सिर्फ सफ़र को समय व्यतीत करने भर के लिए थे, दो सही लोग एक लम्बे सफ़र को  साथ में मिलकर खुशनुमा बनाते हैं, उनके सफ़र की लम्बी सड़कें जल्द ख़त्म हो जाया करती हैं और वो अगली बार एक नयी मंज़िल के सफ़र का वादा लेकर एक दूसरे से जुदा होते हैं कल फिर से मिलने के लिये.. - राहुल अभुआ 'ज़फर' ✍️